हरियाणा में क्लर्कों की हड़ताल 42 दिन बाद समाप्त, CM खट्टर से मुलाकात
चंडीगढ़ :- मंगलवार को हरियाणा सरकार और लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। दोनों ने बैठक में एक समझौता किया। तब लिपिक कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। चंडीगढ़ में मंगलवार को क्लर्क एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिला। यह निर्णय लिया गया कि लिपिकों के काम का मूल्यांकन करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी।
क्लर्क एसोसिएशन
क्लर्क एसोसिएशन ने बताया कि वर्तमान में उन्हें ग्रेड वेतन ₹19,900 मिलता है। ₹ 8,358 महंगाई भत्ता, ₹ 1800 घर किराया और ₹ 1,000 मेडिकल भत्ता इससे उनका वेतन लगभग 31058 रुपये होता है। जिसमें से एनपीएस स्कीम के तहत 2825 रुपये कट जाते हैं। क्लर्कों को इस तरह लगभग ₹28233 मिलते हैं। इसलिए वे ग्रेड पे ₹35400 की मांग कर रहे हैं। उन्हें प्रतिदिन लगभग ₹58,000 मिलेंगे और अपने परिवार को भोजन दे सकेंगे।
बैठक ने फैसला किया कि
इसमें दो सदस्य क्लर्क, एक सेवानिवृत्त अधिकारी और एसोसिएशन के दो सरकारी अधिकारी शामिल होंगे। तीन महीने के भीतर कमिटी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। कमेटी की रिपोर्ट ही लिपिकों का वेतन निर्धारित करेगी। बैठक ने फैसला किया कि हड़ताल के दौरान कर्मचारियों को भी वेतन मिलेगा। कर्मचारियों पर सरकार ने नो वर्क पे नियम लागू किया था। जो वापस लाया गया है। बुधवार से सभी लिपिक कर्मचारी फिर से काम पर आ जाएंगे। इस दौरान शेष काम पूरे किए जाएंगे।