Haryana मैं कल से शुरू होगा 3 दिवसीय पशु मेला जानें तिथि और समय, उत्तम नस्ल के पशुओं का होगा पंजीकरण

Haryana : चरखी दादरी में निर्माणाधीन मिनी सचिवालय के समीप इस बार 11 से 13 मार्च तक पशुपालकों की आय बढ़ाने और उत्तरी नस्ल के पशुओं को बढ़ावा देने वाला राज्य स्तरीय पशु मेला आयोजित किया जाएगा. इसे करीब 20 एकड़ में तैयार किया जा रहा है। मेले में उत्तम नस्ल के पशु भाग लेंगे। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुओं के मालिकों को लाखों रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।

भिवानी में पशु मेले को लेकर तैयारियां पूरी, इन प्रजातियों के जानवर होंगे शामिल

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भिवानी में पशु मेले का आयोजन 25 से 27 फरवरी तक (राज्य स्तरीय पशु मेला भिवानी में) किया जायेगा। इस मेले को लेकर भिवानी प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। इस मेले में किसानों को प्रदर्शनी संबंधी जानकारी दी जाएगी।

मेले के तीन दिनों के दौरान राज्य भर के पशु और कृषि विशेषज्ञ पशुपालन और किसानों को पशुपालन और कृषि से संबंधित नवीनतम जानकारी भी देंगे। पशु मेले में भाग लेने के लिए पशुपालकों को अपने पशुओं का पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए पशुपालकों को अपने नजदीकी पशु चिकित्सक के पास जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद पशुपालक के घर जाकर पशु चिकित्सक द्वारा पशु की नस्ल व गुणवत्ता की जांच की जाएगी। इस राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी एवं मेले में श्रेष्ठ नस्ल के पशुओं को ही शामिल किया जायेगा.

आगामी माह 11 से 13 मार्च तक दादरी में होने वाले राज्य स्तरीय पशु मेले में शिवयोगी आगामी पशुपालन विभाग ने अधिक से अधिक संख्या में पशुपालकों की भागीदारी के लिए कमर कस ली है. विभाग के वेटरनरी सर्जन व यूएलडीए की टीम ने गांवों में जाकर पंचायत प्रतिनिधियों व पशुपालकों के साथ बैठक कर समय से ग्रामीण अस्पतालों व पशु उपचार केंद्रों में पशुपालकों का पंजीयन कराकर भागीदारी की तैयारी की.

पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सक एवं वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. सोमबीर धनखड़ ने कहा कि पशुपालन विभाग के महानिदेशक के आदेश पर राज्य स्तर पर दुग्ध, शारीरिक स्वस्थता एवं अन्य प्रकार के पशुपालकों की भागीदारी के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पशु मेला एवं उनके अभिभावकों-पिता का पंजीयन मौके पर ही किया जाता है। पशुपालन विभाग की टीम ने गुरुवार को काकड़ौली सरदारा पशु चिकित्सालय में काकड़ौली हुक्मी, काकड़ौली हाथी, काकडौली सरदारा गांव के पशुपालकों की बैठक आयोजित कर कान्हाड़ा, निमाड़, दगदौली आदि गांवों के पशुपालकों को योजनाओं से जोड़ने और लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया. सरकार द्वारा चलाया जाता है।

शासन एवं विभाग द्वारा दादरी जिले में पहली बार आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय पशु मेले में विभिन्न किस्मों के लिए निर्धारित प्रोत्साहन राशि एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी देकर भाग लेने का आव्हान किया। राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के प्रयास से आयोजित इस मेले में पशुपालन वैज्ञानिक, राज्य व केंद्र के पशु चिकित्सक, देश व प्रदेश के अग्रणी पशुपालक, जिनके पशु करोड़ों की कीमत के हैं, अपनी गाय, घोड़े भी दिखाते हैं. मेले में। कुत्तों व अन्य पशुओं के साथ भैंस, कटदास भी भाग लेंगे, जिससे जिले के लोगों को पशुपालन के क्षेत्र में बहुत लाभ व बहुमूल्य जानकारी प्राप्त होगी। उन्होंने क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों से आह्वान किया कि राज्य स्तरीय पशु मेले के प्रति आम जनता को जागरूक करें। उनके अलावा सरपंच प्रतिनिधि रणबीर रोहिला, आनंद वालिया, सरपंच इंद्राज सिंह, अजीत श्योराण, पूर्व सरपंच धर्मबीर बदराई आदि मौजूद रहे।

दादरी में रैंप पर गाय, बैल व अन्य उत्तम नस्ल के पशुओं द्वारा कैटवॉक किया जाएगा

चरखी दादरी जिले में कृषि मंत्री जेपी दलाल के नेतृत्व में आयोजित होने वाली राज्य पशुधन प्रदर्शनी में उत्तम नस्ल की गाय, बैंस व अन्य पशु रैंप पर कैटवॉक करते नजर आएंगे. इसके लिए डॉक्टरों की टीम काफी पहले ही पशुओं का चयन कर लेगी। तीन दिवसीय आयोजन करीब 20 एकड़ में होगा और आने वाले वाहनों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।

राज्य पशुधन प्रदर्शनी के नोडल अधिकारी एवं पशुपालन विभाग के उप निदेशक शुक्रवार को चंडीगढ़ से आए। डॉ. सुखदेव राठी व उप निदेशक डॉ. जसवंत जून ने दादरी व भिवानी जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में अधिकारियों को बताया गया कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल खुद विभिन्न स्तरों पर प्रदर्शनी की निगरानी कर रहे हैं.

यह प्रदर्शनी राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में आयोजित की जानी है और प्रदर्शनी के दौरान अन्य गणमान्य व्यक्ति भी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और यह पहली बैठक है, जिसमें आयोजन की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा की जा रही है. व्यवस्थाओं के लिए विभाग मुख्यालय के माध्यम से अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी शीघ्र लगाई जाएगी।

प्रदर्शनी के लिए अधिकारियों का चयन करते समय संबंधित स्थिति की टीम पूरी जांच-पड़ताल करे और किसी भी स्थिति में बीमार जानवरों को प्रदर्शनी में नहीं जाने दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लिए पानी और चार की व्यवस्था पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। चारे के आसपास स्थिति को ध्यान में रखते हुए हर समय पानी की व्यवस्था करें। आयोग के नहाने के लिए अलग-अलग जगहों पर पानी उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी स्थल पर 24×7 हेल्प डेस्क भी स्थापित किया जाएगा और एक कंप्लेंट सेंटर भी बनाया जाएगा। यहां आने वाली हर शिकायत का समय पर निस्तारण करें।

रैंप पर कैटवॉक के लिए बेस्ट ब्रीड के जानवरों का चयन किया जाएगा

निर्माणाधीन लघु सचिवालय भवन के समीप 11 मार्च से 13 मार्च तक आयोजित होने वाली राज्य पशुधन प्रदर्शनी में रेड कारपेट रैम्प पर गाय, बैल एवं उत्तम नस्ल के अन्य पशु कैटवॉक करते नजर आयेंगे. इसके लिए जानवरों का चयन पहले से किया जाएगा। विभाग के मुताबिक यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शांत स्वभाव के जानवरों को ही रैंप पर लाया जाए, ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो।

पशुओं सहित किसानों को रहने, खाने और आने-जाने की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी

विभाग की ओर से इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले पशुओं के लिए विभिन्न नस्लों के अनुसार अलग-अलग जगह बनाई जाएगी और उनके खाने व ठहरने की व्यवस्था भी वहीं की जाएगी। पशुओं को प्रदर्शनी स्थल पर लाने व ले जाने की व्यवस्था का खर्च भी विभाग वहन करेगा। इतना ही नहीं पशुओं के साथ जाने वाले चरवाहों के रहने व खाने की नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगी। प्रदर्शनी में आने वाले किसानों और लोगों को मुफ्त यात्रा और भोजन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

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